कम्प्यूटर हार्डवेयर कम्प्यूटर का भौतिक भाग होता है जिसमें उसके डिजीटल सर्किट (digital circuit) लगे होते हैं जैसा कि कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर से प्रदर्शित होता है और यह हार्डवेयर के अंदर ही रहता है। किसी कंप्यूटर का हार्डवेयर उसके सोफ्टवेयर और हार्डवेयर डाटा की तुलना में यदा-कदा बदल जाता है। ये डाटा महसूस करने में वस्तुपरक नहीं होते हैं और इन्हें तत्काल, संशोधित अथवा मिटाया जा सकता है। फर्मवेयर (Firmware) किसी सोफ्टवेयर की एक विशेष किस्म होती है जिसे जरूरत पड़ने पर बदला जा सकता है और हार्डवेयर यंत्रों पर रक्षित किया जा सकता है जैसे केवल पठन स्मृति (read-only memory) (रोम) जहां इसे तत्काल बदला नहीं जा सकता है (और इसीलिए, वस्तुपरक रहने की तुलना में स्थिर बना दिया जाता है।
यह कंप्यूटर का सबसे महत्वपूर्ण भाग होता है जो कि एक बोर्ड के समान होता है जिसमें कई छोटे-छोटे डिवाइसों को एक ही सेट में लगाया जाता है जिसमें बहुत सारे कनेक्टर और सॉकेट लगे होते हैं | जिससे हम कंप्यूटर सिस्टम में इस्तेमाल होने वाली सभी हार्डवेयर को इसमें कनेक्ट किया जाता है मदर बोर्ड में हार्ड डिस्क रैम और कूलिंग फैन आदि डिवाइसों को कनेक्ट किया जाता है |
कम्प्यूटर का तापमान कम करने में प्रयुक्त होता है और एक पंखा सदैव सीपीयू से जुड़ा होता है कम्प्यूटर आवरण में आमतौर पर कई पंखे होते हैं जो निरंतर वायुप्रवाह बनाए रखते हैं। किसी कम्प्यूटर को ठंडा करने के लिए तरल शीतलन इस्तेमाल किया जा सकता है, हालांकि यह चेसिस के अंदर समग्र कलपुर्जों की तुलना में यक्तिगत कलपुर्जों पर केंद्रित र हता है।